Song Name: | Backstab |
Singer(s): | Kulbir Jhinjer |
Lyrics Writer(s): | Kulbir Jhinjer |
Music Director(s): | Deep Jandhu |
Backstab Lyrics in Hindi
और बार बार लोगों के गुनाह माफ़ मत करना
क्यों की मेरे दोस्त, ज़िन्दगी धोखे ज़रूर देती हैं
लेकिन तज़ुर्बे उस’से भी ज़्यादा
उत्तों चंगा साउंड करदे
साले ऐवें फ़क अराउंड करदे
उत्तों चंगा साउंड करदे
साले ऐवें फ़क अराउंड करदे
हो कोई नि किसे दा जहिंजेरा
गल्लां गल्लां विच बाउंड करदे
मैं टुटड़े भरोसे देख लै
हो आईने वार होये पीठ ते
पीठ जंग दा मैदान हो गयी
हो बेचते ज़मीर लोकां ने
गल्ल समझों ही बहार हो गयी
हो गल्लां मिथियाँ दा पौंदे पर्दा
कित्ती दगा नू लुकों वास्ते
हो बाँदा आपणेयां हाथों लूट जाये
ता मोड्डे लभदे ना रोन वास्ते
फिर औंदा ना स्वाद जीन दा
जे यारी सर उत्ते पार हो गयी
हो आईने वार होये पीठ ते
पीठ जंग दा मैदान हो गयी
हो बेचते ज़मीर लोकां ने
गल्ल समझों ही बहार हो गयी
हो दुःख इस गल्ल दा की दिल टुट्टेया
ख़ुशी इस गल्ल दी की आँख खुल गयी
सीने नाल किन्ने लगे गिने नि कदे
ते वार किन्ने होये मेरी
पीठ भूल गयी सी
डीप जंडू!
हो खाली जेब महडा दौर बन्दे नू
चेहरे असली दिखाउँदा लोकां दे
ऐसे समय टूट जान यारियां
लहू पीन पिछों वांग Joke’आ दे
ओहो पापी या फ़कीर बाँदा
जिद्दी रूह तार तार हो गयी
हो आईने वार होये पीठ ते
पीठ जंग दा मैदान हो गयी
हो बेचते ज़मीर लोकां ने
गल्ल समझों ही बहार हो गयी
हो शुरू विच नाल चले काफिला
इक आधा रह जावे आखिर नू
हो जिन्ना लायी लोकां नाल भीड़ गए
हो महदा दस्सदे ने कुलबीर नू
हो जांदी व्रत के छड़ दुनिया
बहली होशियार हो गयी
हो आईने वार होये पीठ ते
पीठ जंग दा मैदान हो गयी
हो बेचते ज़मीर लोकां ने
गल्ल समझों ही बहार हो गयी
कुलबीर झिंगेर वर्ल्डवाइड बेबी
आ गया नि ओहि बिल्लो टाइम